लोकसभा चुनाव में राजनितिक दल एक तरफ जहां प्रत्याशी तय करने में लगें है, वही मतदाता भी मुखर हो गए
है। जिले में अंतिम चरण में मतदान होना है। ऐसे में लोकतंत्र के उत्सव में हर कोई अपनी सहभागिता को लेकर उत्सुक है। कुछ राजनितिक दलों ने अब तक प्रत्याशी ही घोषित नही किए, जिस पर सबकी नजर है। हर जगह लोग चुनाव को लेकर चर्चा कर रहे है। कलेक्ट्रट परिसर मे अयोजित चुनावी चैपाल में भी कुछ ऐसा ही नजारा था। लोगों ने मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने पर बल दिया। उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था के अध्यक्ष श्री राम त्रिपाठी कहते है कि लोकतंत्र का महापर्व में सभी को बढ़- चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। गरीब हो या अमीर, सबका वोट एक बराबर है। आज के परिवेश में चुनाव महंगा हो गया है। पूंजिपति ही चुनाव लड़ सकते है, यह चिंता का विषय है। जिम्मेदार संस्थाओं को इस पर ध्यान देना चाहिए। लालसा प्रसाद यादव कहते हैं कि सरकार को वोट डालना आनिर्वाय करना चाहिए। दिब्यांगजनों को वोट देने में सहूलियत होनी चाहिए। चुनाव आचार संहिता का उल्लंधन करने वाले सामग्री पर रोक लगे। दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता लोकनाथ पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को मत देने का अधिकार है, जब हम अपने मन की सरकार चुनते हैं। यदि सरकार के कार्यप्रणाली से खुश हैं तो उसे पुनः मौका दे सकते हैं या खुश नही हैं तो उसे बदल सकते हैं। भारतीय लोकतंत्र की यही विशेषता है, इसलिए सोच समझकर मतदान करें। इस मौके पर सुभाष चन्द्र द्विवेदी, अनिल कुलश्रेष्ठ, रविंन्द्रनाथ श्रीवास्तव प्रेमशंकर मिश्र, अनंत शुक्ला, प्रभु चैहान, ओमप्रकाश,रामचन्द्र यादव,रामलखन उपाध्याय, नरसिह बुझावन मौजुद रहे।
है। जिले में अंतिम चरण में मतदान होना है। ऐसे में लोकतंत्र के उत्सव में हर कोई अपनी सहभागिता को लेकर उत्सुक है। कुछ राजनितिक दलों ने अब तक प्रत्याशी ही घोषित नही किए, जिस पर सबकी नजर है। हर जगह लोग चुनाव को लेकर चर्चा कर रहे है। कलेक्ट्रट परिसर मे अयोजित चुनावी चैपाल में भी कुछ ऐसा ही नजारा था। लोगों ने मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने पर बल दिया। उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था के अध्यक्ष श्री राम त्रिपाठी कहते है कि लोकतंत्र का महापर्व में सभी को बढ़- चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। गरीब हो या अमीर, सबका वोट एक बराबर है। आज के परिवेश में चुनाव महंगा हो गया है। पूंजिपति ही चुनाव लड़ सकते है, यह चिंता का विषय है। जिम्मेदार संस्थाओं को इस पर ध्यान देना चाहिए। लालसा प्रसाद यादव कहते हैं कि सरकार को वोट डालना आनिर्वाय करना चाहिए। दिब्यांगजनों को वोट देने में सहूलियत होनी चाहिए। चुनाव आचार संहिता का उल्लंधन करने वाले सामग्री पर रोक लगे। दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता लोकनाथ पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को मत देने का अधिकार है, जब हम अपने मन की सरकार चुनते हैं। यदि सरकार के कार्यप्रणाली से खुश हैं तो उसे पुनः मौका दे सकते हैं या खुश नही हैं तो उसे बदल सकते हैं। भारतीय लोकतंत्र की यही विशेषता है, इसलिए सोच समझकर मतदान करें। इस मौके पर सुभाष चन्द्र द्विवेदी, अनिल कुलश्रेष्ठ, रविंन्द्रनाथ श्रीवास्तव प्रेमशंकर मिश्र, अनंत शुक्ला, प्रभु चैहान, ओमप्रकाश,रामचन्द्र यादव,रामलखन उपाध्याय, नरसिह बुझावन मौजुद रहे।